LPG Gas Cylinder price :देशभर में एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों को लेकर बड़ी राहत की खबर आई है। त्योहारी सीजन के बीच घरेलू रसोई गैस की कीमतों में गिरावट या स्थिरता को देखते हुए आम जनता को राहत मिली है। भारतीय तेल विपणन कंपनियों ने अक्टूबर 2025 में घरेलू एलपीजी सिलेंडर (14.2 किलो) की कीमतें स्थिर रखी हैं, जबकि वाणिज्यिक सिलेंडर की दरों में हल्की बढ़ोतरी की गई है।
हालांकि, सरकार ने उज्जवला योजना के अंतर्गत मिलने वाली सब्सिडी को जारी रखते हुए इस राहत को और ज्यादा सशक्त बनाया है।प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत मई 2016 में गरीब परिवारों की वयस्क महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन देने के लिए हुई थी। अब सरकार ने इसमें फिर से बड़ा कदम उठाया है। इस योजना के तहत महिलाओं को एलपीजी सिलेंडर पर सब्सिडी मिलेगी और गैस पहले से सस्ती कीमत पर मिलेगी।
वर्तमान में दिल्ली में 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत ₹853 है। मुंबई में इसका दाम ₹852.50, चेन्नई में ₹868.50 और कोलकाता में ₹879 प्रति सिलेंडर है।इस तरह से देखा जाए तो चालू महीने में घरेलू गैस सिलेंडर की दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है, जो आम जनता के लिए बड़ी राहत की बात है।
LPG Cylinder Price: Latest Update
अक्टूबर 2025 तक भारत में 14.2 किलोग्राम एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। भारतीय तेल निगम (IOC) के अनुसार, दिल्ली में सिलेंडर ₹853 का है, जबकि मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में भी कीमतें लगभग समान स्तर पर स्थिर बनी हुई हैं। यह स्थिरता तेल कंपनियों और सरकार द्वारा किए गए मूल्य प्रबंधन का परिणाम है, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती कच्चे तेल की कीमतों के बावजूद घरेलू उपभोक्ताओं पर बोझ नहीं बढ़ा।
वहीं वाणिज्यिक (19 किलोग्राम) सिलेंडर के दामों में मामूली ₹15.50 की बढ़ोतरी की गई है, जिसके बाद दिल्ली में इसका नया रेट ₹1,595.50 प्रति सिलेंडर हो गया है। हालांकि यह बढ़ोतरी केवल व्यावसायिक उपयोगकर्ताओं जैसे रेस्टोरेंट या होटल उद्योग को प्रभावित करती है, आम घरेलू उपभोक्ता इससे अप्रभावित हैं।
उज्जवला योजना और सब्सिडी का फायदा
सरकार ने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना (PMUY) के तहत मिलने वाली लक्षित सब्सिडी को जारी रखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट ने जून 2025 में इस योजना को 2025-26 तक बढ़ाने का फैसला किया था। इसके तहत उज्जवला उपभोक्ताओं को प्रति सिलेंडर ₹300 की सब्सिडी दी जा रही है। यह लाभ वित्तीय वर्ष 2025-26 में नौ बार तक रिफिल लेने वालों को मिलेगा। इससे लगभग 10.33 करोड़ महिलाओं को उज्जवला योजना के तहत फायदा मिल रहा है।
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इस सब्सिडी योजना का उद्देश्य गरीब परिवारों को घरेलू ऊर्जा उपयोग में राहत देना और एलपीजी गैस के उपयोग को प्रोत्साहन देना है। सरकार प्रति वर्ष ₹12,000 करोड़ तक का व्यय इस सब्सिडी पर कर रही है ताकि गैस की कीमतें नियंत्रित रह सकें और आमजन को राहत मिलती रहे।
कैसे पाएँ उज्जवला योजना का लाभ
जो लोग प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के लाभार्थी हैं, उन्हें किसी अतिरिक्त आवेदन की आवश्यकता नहीं होती। सब्सिडी सीधे उनके एलपीजी उपभोक्ता खाते से संबंधित बैंक खाते में हस्तांतरित की जाती है। वहीं नए उपभोक्ताओं के लिए आवेदन प्रक्रिया बहुत सरल है। इच्छुक महिलाएँ अपने नजदीकी एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर या CSC केंद्र के माध्यम से आवेदन कर सकती हैं। आवेदन के समय पहचान पत्र, बैंक खाता विवरण और बीपीएल प्रमाण पत्र आवश्यक होता है। आवेदन स्वीकृत होने पर उन्हें सिलेंडर, रेगुलेटर, पाइप होज़ और पहली रीफिल मुफ्त में प्रदान की जाती है।
स्थिरता का लाभ आम जनता को
पिछले कुछ महीनों में एलपीजी की कीमतों को सरकार ने स्थिर बनाए रखा है, जिसकी वजह से घरेलू उपभोक्ताओं को सीधे लाभ मिला है। विश्व बाजार में लगातार तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के बावजूद भारत में एलपीजी के दाम नियंत्रित हैं। अगस्त 2025 में केंद्रीय कैबिनेट ने तेल कंपनियों को ₹30,000 करोड़ का अनुदान मंजूर किया था ताकि!
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घरेलू गैस की कीमतों को स्थिर रखा जा सके और आम उपभोक्ताओं पर बढ़ते वैश्विक दामों का असर न पड़े।यह कदम न केवल मध्यवर्ग को राहत देता है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को भी रसोई गैस उपयोग में सुविधा प्रदान करता है, जिससे पारंपरिक ईंधन के मुकाबले स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग बढ़ा है।
निष्कर्ष
अक्टूबर 2025 में एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं हुई है, जिससे घरेलू उपभोक्ताओं को बड़ा लाभ मिला है। उज्जवला योजना के तहत ₹300 की सब्सिडी और केंद्र सरकार की मूल्य स्थिरता नीति से यह सुनिश्चित किया गया है कि गरीब और मध्यम वर्ग दोनों को राहत मिलती रहे। आने वाले महीनों में यदि यह नीति जारी रहती है, तो रसोई बजट नियंत्रित रहेगा और आम जनता को लंबे समय तक राहत मिल सकती है।